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नीम् के गुण -नीम धरती का अमृत है ।


नीम के गुण , नीम एक इसके फायदे अनेक है ।



यह रोगों का दुश्मन है । इसके महत्व का जीतना वर्णन किया जाय कम ही है ।नीम का पेड़ पुरे भारत में पाया जाता है । नीम के पेड़ को प्रकृति ने आधा बैध बनाया है ।यह ठण्डी है और गर्म भी ।इसके खाने से वयक्ति का शरीर कंचन सा हो जाता है ।इसके सेवन करने वाले से रोग दूर रहता है ।निम खाने में कड़वा पर गुणों में मीठा होता है ।वैसे भी देखा गया है की जो लोग कड़वे बोलते है उनमे से अधिकाँश लोग अंदर से परोपकारी , दयालु , निःस्वार्थी और दिल के सच्चे होते है ।निम के पेड़ के साथ भी कुछ ऐसा ही है । नीम को संस्कृत में निम्ब कहते है यानी की ' निम्बति - स्वास्थ्यं ददाति ' जो शरीर को निरोग कर दे वह निम्ब है । नीम के अनेको फायदे है ।इनका प्रयोग बिमारी के लक्ष्णों के अनुसार किया जाता है । निम के जड़ ' पत्ते , टहनी , फले , इसके छाल ये सारे मानव के रोगों को दूर करने के काम में आते है । नीम के दातुन दांतो के प्रत्येक रोगों को नष्ट कर देती है ।जो लोग नियमित नीम के दातुन का प्रयोग करते है उनके पास किसी भी प्रकार के दांतो का रोग भटक ही नही सकता । इसके पत्तियां और निबौलिया शरीर में रक्त को शुद्द करके खून को ताजा बनाती है ।इसके फूल आँखों को ठंडक पहुचाती है ।इसके छाल घाव को सोख लेती है ।जिन लोगो के पास महंगे इलाज कराने में सक्षम नही उन्हें नीम का इलाज जरूर करना चाहिए । इसी कारण से अनेक बिद्वानो ने निम् को गरीबो का आँख बताया है ।नीम का प्रयोग शरीर को ठंडक प्रदान करता है , ताजा बनाता हैं , शरीर को सुगन्ध और सौंदर्य से भर देता है ।निम का अर्थ ही है कि आँखों को ठंडक पहुचाओ ।ईश्वर ने नीम में हजारो गुण प्रदान किये है ।इसकी जितनी प्रशंसा की जाय कम हैं ।

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