मधुमेह (चीनी ) की बिमारी में गूलर ( cluster fig ) बहुत ही लाभदायक होता है ।
मधुमेह (चीनी ) की बिमारी में गूलर ( cluster fig ) बहुत ही लाभदायक होता है । गूलर ( clusrer fig ) के गुण गूलर के सेवन से मधुमेह , फोड़ा , अतिसार , खांसी जुकाम , स्त्रियों में रक्त प्रदर दूर हो जाते है साथ ही इसे पुरुषो में मर्दानी ताकत एवं वीर्य बृद्धि भी होती है ।
गूलर के पेड़ प्राय पुरे भारत में पाये जाते है ।इसके पेड़ लगभग 30 से 50 फुट ऊँचे होते है । इसमें फूल नही आते । इसलिए इसे अपुष्पा भी कहते है ।इसमें गुच्छो के रूप में फल आते है , जो शुरू में हरे होते है पकक जाने पर लाल हो जाते है ।इसके तने को गोदने से दूध निकलता है जी कुछ ही क्षणों में पीला पड जाता है । इसे बिभिन्न भाषाओ में अलग अलग नामो से जाना जाता है । संस्कृत में - उदुम्बर , अपुष्पा ।हिंदी में - काकमाल , गूलर । मराठी में - उम्बर ।तमिल में - खारसा । बतेलगु में - राइगा। बंगाली में - यज्ञ - डुम्बुर । यह शीतल , कसैला , मधुर , कफ पित्तनाशक , सूजन वेदना , दाह , अर्श , मधुमेह , रक्त - पित्त , रक्त - प्रदर , प्रमेह , का नाश करने वाला होता है ।साथ ही स्तम्भक , गर्भाशय -शोधनाशक , घाव , रक्तदोष मिटाकर रंग निखारने वाला होता है ।
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